हर हर जपत रटत रसनन रह, करनन कथन धरत रह भर भर,
धनकर धरम अधम करमन बच, पग सन अटन करत रह दर दर,
अटक न हटक चपल मन बस कर,भटक न उदर भरन कह घर घर,
सकल भरम तज भजन करत रह, दरद न रहत कहत नर हर हर,
धनकर धरम अधम करमन बच, पग सन अटन करत रह दर दर,
अटक न हटक चपल मन बस कर,भटक न उदर भरन कह घर घर,
सकल भरम तज भजन करत रह, दरद न रहत कहत नर हर हर,
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