खेलो मिल होरी, घोरो केसर कमोरी, फेको भरि भरि झोरी, लाज जिय में बिचारो न,
डारो बहु रंग, संग चंगऊ बजाओ गाओ, सबही रिझाओ, सरसाओ, संक धारो न,
जोरि कर कहत, निहोर हरिचंद प्यारे, मेरी बिनती है एक, ताही तुम टारो न,
नैन है चकोर, मुखचंद सो पड़ेगी ओट, याते इन आँखिन, गुलाल लाल डारो न,
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